कलाकार की नजर रखते हैं फिर मथुरा से वृन्दावन के बीच उन पेडों पर नजर पड़ने से कैसे चूक गई जिन पर लिखा है 'राधे राधे' ये मात्र एक अभिवादन नही कृष्ण-प्रिय का हर जगह अंकित नाम था जिसने मुझे बहुत भावुक कर दिया था.कृष्ण-भूमि पर कृष्ण से ज्यादा उनकी राधे का नाम! प्रेम के उद्दत ,पवन रूप का प्रतीक ! शेष.....बंदर का संतुलन बनाते हुए कमरे में कैद करना अद्भुत है.ऐसे क्षण रोज नही आते.फूलों ने तो हमेशा हर संवेदनशील मन को अपनी ओर खींचा है.बहुत सुंदर!
कलाकार की नजर रखते हैं फिर मथुरा से वृन्दावन के बीच उन पेडों पर नजर पड़ने से कैसे चूक गई जिन पर लिखा है 'राधे राधे'
जवाब देंहटाएंये मात्र एक अभिवादन नही कृष्ण-प्रिय का हर जगह अंकित नाम था जिसने मुझे बहुत भावुक कर दिया था.कृष्ण-भूमि पर कृष्ण से ज्यादा उनकी राधे का नाम! प्रेम के उद्दत ,पवन रूप का प्रतीक !
शेष.....बंदर का संतुलन बनाते हुए कमरे में कैद करना अद्भुत है.ऐसे क्षण रोज नही आते.फूलों ने तो हमेशा हर संवेदनशील मन को अपनी ओर खींचा है.बहुत सुंदर!
donkey monkey :)
जवाब देंहटाएंnice post
http://shayaridays.blogspot.com